राजा वेश्या यमश्चाऽग्निश्चौरो बालक - याचकौ।
परदुःखं न जानन्ति अष्टमो ग्रामकण्टकः।।१७.१९।।
राजा , वेश्या , यम , अग्नि , चोर , बालक , भिखारी और ग्रामकण्टक यानी गाँववालों को दुःख देनेवाला , ये आठ प्राणी दूसरे के दुःख नहीं समझते।
परदुःखं न जानन्ति अष्टमो ग्रामकण्टकः।।१७.१९।।
राजा , वेश्या , यम , अग्नि , चोर , बालक , भिखारी और ग्रामकण्टक यानी गाँववालों को दुःख देनेवाला , ये आठ प्राणी दूसरे के दुःख नहीं समझते।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें