रविवार, 27 मार्च 2016

१७.१९ ये आठ प्राणी दूसरे के दुःख नहीं समझते

राजा वेश्या यमश्चाऽग्निश्चौरो बालक - याचकौ।
परदुःखं न जानन्ति अष्टमो ग्रामकण्टकः।।१७.१९।।

राजा , वेश्या , यम , अग्नि , चोर , बालक , भिखारी और ग्रामकण्टक यानी गाँववालों को दुःख देनेवाला , ये आठ प्राणी दूसरे के दुःख नहीं समझते।

 

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