रविवार, 27 मार्च 2016

१७.१६स्वर्ग से अधिक सुख

यदि रामा यदि च रमा यदि तनयो विनयगुणोपेतः।
तनये तनयोत्पत्तिः सुखमिन्द्रे किमाधिक्यम्।।१६।।

यदि घर में सुन्दर स्त्री है , यदि मन माफिक धन (लक्ष्मी ) मौजूद है , यदि विनय और बुद्धि से युक्त्त पुत्र घर में है और यदि पुत्र के भी पुत्र है, तो फिर स्वर्ग में इससे अधिक सुख कौन सा होगा ? 

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