धने जीवितव्येषु स्त्रीषु चाहारकर्मसु।
अतृप्ताः प्राणिनः सर्वे याता यास्यन्ति यान्ति च।।१३।।
धन , जीवन , स्त्री और भोजन इन चार चीजों से संसार के सभी प्राणी हमेशा अतृप्त रहे हैं। सब इनसे अतृप्त होकर ही चले गये , चले जायेंगे और चले जा रहे हैं।
अतृप्ताः प्राणिनः सर्वे याता यास्यन्ति यान्ति च।।१३।।
धन , जीवन , स्त्री और भोजन इन चार चीजों से संसार के सभी प्राणी हमेशा अतृप्त रहे हैं। सब इनसे अतृप्त होकर ही चले गये , चले जायेंगे और चले जा रहे हैं।
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