रविवार, 27 मार्च 2016

१७.१४ तुण्डी (कुन्दरू ), बचा , स्त्री और दूध

सद्यः प्रज्ञा हरेत्तुण्डी सद्यः प्रज्ञाकरी वचा।
सद्यः शक्त्तिहरा नारी सद्यः शक्त्तिकरः पयः।।१७.१४।।

 तुण्डी (कुन्दरू ) तुरन्त बुद्धि हर लेती है , बचा तुरन्त बुद्धि प्रदान करती है।  स्त्री तुरन्त शक्त्ति हर लेती है और दूध तुरन्त बल प्रदान करता है। 

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