स्वभावेन हि तुष्यन्ति देवाः सत्पुरुषाः पिता।
ज्ञातयः स्नान - पानाभ्यां वाक्यदानेन पण्डिताः।।१३.३।।
देवता , भले मानुष और पिता ये तीन स्वभाव देखकर प्रसन्न होते हैं। भाई वृन्द स्नान और पान से तथा वाक्य पालन से पण्डित लोग खुश होते हैं।
ज्ञातयः स्नान - पानाभ्यां वाक्यदानेन पण्डिताः।।१३.३।।
देवता , भले मानुष और पिता ये तीन स्वभाव देखकर प्रसन्न होते हैं। भाई वृन्द स्नान और पान से तथा वाक्य पालन से पण्डित लोग खुश होते हैं।
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