शुक्रवार, 25 मार्च 2016

१३.४ आयु , कर्म , सम्पत्ति , विद्या और मरण

आयुः कर्म च वित्तं विद्या निधनमेव च।
पञ्चैतानि च सृज्यन्ते गर्भस्थस्यैव देहिनः।।१३.४।।

आयु , कर्म , सम्पत्ति , विद्या और मरण ये पाँच बातें तभी तय हो जाती हैं , जब कि मनुष्य गर्भ में ही रहता है।

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