वित्तेन रक्ष्यते धर्मो विद्या योगेन रक्ष्यते।
मृदुना रक्ष्यते भूपः सत् - स्त्रिया रक्ष्यते गृहम्।।५.९।।
धन से धर्म की ,
योग से विद्या की ,
कोमलता से राजा की और
अच्छी स्त्री से घर की रक्षा होती है।
मृदुना रक्ष्यते भूपः सत् - स्त्रिया रक्ष्यते गृहम्।।५.९।।
धन से धर्म की ,
योग से विद्या की ,
कोमलता से राजा की और
अच्छी स्त्री से घर की रक्षा होती है।
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