गुरुवार, 17 मार्च 2016

५.९ रक्षा

वित्तेन रक्ष्यते धर्मो विद्या योगेन रक्ष्यते।
मृदुना रक्ष्यते भूपः सत् - स्त्रिया रक्ष्यते गृहम्।।५.९।।

धन से धर्म की ,
योग से विद्या की ,
कोमलता से राजा की और
अच्छी स्त्री से  घर की रक्षा होती है।

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