गुरुवार, 17 मार्च 2016

५.२१ ये सब धूर्त होते हैं

नराणां नापितो धूर्तः पक्षिणां चैव वायसः।
चतुष्पदां श्रृंगालस्तु स्त्रीणां धूर्ता च मालिनी।।५.२१।।

ये सब धूर्त होते हैं ,
१. मनुष्यों में नाऊ ,
२. पक्षियों में कौआ ,
३. चौपायों में स्यार और
४. स्त्रियों में मालिन।

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