सोमवार, 21 मार्च 2016

१०.६ शत्रु

लुब्धानां याचकः शत्रुः मुर्खाणां बोधको रिपुः।
जारस्त्रीणां पतिः शत्रुश्चौराणां चन्द्रमा रिपुः।।१०.६।।

लोभी का शत्रु है याचक , मूर्ख का शत्रु है उपदेश देने वाला , कुलटा स्त्री का शत्रु है उसका पति और चोरों का शत्रु चन्द्रमा है।

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