सोमवार, 21 मार्च 2016

११.१४ ब्राह्मण और शूद्र ब्राह्मण

लाक्षादितैलनीलानां कौसुम्भमधुसर्पिषाम्।
विक्रेता मद्यमांसानां स विप्रः शूद्र उच्यते।।११.१४।।

जो लाख , तेल , नील , कूसुम , शहद , घी , मदिरा और मांस बेचता है , उस ब्राह्मण को शूद्र ब्राह्मण कहते हैं।

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