मंगलवार, 15 मार्च 2016

२.१५ ये शीघ्र ही नष्ट हो जाते हैं

नदीतीरे च ये वृक्षाः परगेहेषु कामिनी।
मन्त्रिहीनाश्च राजानः शीघ्रं नश्यन्त्यसंशयम्।।२.१५।।

ये शीघ्र ही नष्ट हो जाते हैं
  1. नदी के तट पर लगे वृक्ष ,
  2. पराये घर रहने वाली स्त्री ,
  3. बिना मंत्री का राजा।

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