मंगलवार, 15 मार्च 2016

३.२० किसी काम के लिए नहीं

धर्मार्थकाममोक्षेषु यस्यैकोऽपि न विद्यते।
जन्म -जन्मनि मर्त्येषु मरणं तस्य केवलम्।।३.२०।।

धर्म , अर्थ , काम और मोक्ष इन चार पदार्थों में -से एक पदार्थ भी जिसको सिद्ध नहीं हो सका ,ऐसे मनुष्य का मर्त्यलोक में बार - बार जन्म केवल मरने के लिए होता है। और किसी काम के लिए नहीं।  

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