मंगलवार, 15 मार्च 2016

३.१८ पुत्र को मित्र समान समझें

लालयेत् पञ्चवर्षाणि दस वर्षाणि ताडयेत्।
प्राप्ते तु षोडशे वर्षे पुत्रं मित्रवदाचरेत्।।३.१८।।

पाँच वर्ष तक बच्चे का  दुलार करें। फिर दस वर्ष तक उसे ताड़ना दें। किन्तु सोलह वर्ष के हो जाने पर पुत्र को मित्र समान समझें।

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