उपसर्गेऽन्यचक्रे च दुर्भिक्षे च भयावहे।
असाधुजनसम्पर्के यः पलायति स जीवति।।३.१९।।
इन परिस्थितियों में जो मनुष्य भाग निकलता है वही जीवित रहता है।
वो परिस्थितियां हैं
असाधुजनसम्पर्के यः पलायति स जीवति।।३.१९।।
इन परिस्थितियों में जो मनुष्य भाग निकलता है वही जीवित रहता है।
वो परिस्थितियां हैं
- दंगा वगैरह खड़ा हो जाने पर ,
- किसी दूसरे राजा के आक्रमण करने पर ,
- भयानक अकाल पड़ने पर और
- किसी दुष्ट का साथ हो जाने पर।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें