अनृतं साहसं माया मूर्खत्वमतिलोभिता।
अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणां दोषाः स्वभावजाः।।२.१।।
स्त्रियों के स्वाभाविक दोष
अशौचत्वं निर्दयत्वं स्त्रीणां दोषाः स्वभावजाः।।२.१।।
स्त्रियों के स्वाभाविक दोष
- झूठ बोलना,
- एकाएक कोई कामकर बैठना,
- नखरे करना,
- मूर्खता करना,
- ज्यादा लालच करना,
- अपवित्र रहना और
- निर्दयता का बर्ताव करना।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें