विषादप्यमृतं ग्राह्मममेध्यादपि काञ्चनम्।
नीचादप्युत्तमां विद्यां स्त्रीरत्नं दुष्कुलादपि।।१.१६।।
इसमें से इन चीज़ो को ले लेना चाहिए
नीचादप्युत्तमां विद्यां स्त्रीरत्नं दुष्कुलादपि।।१.१६।।
इसमें से इन चीज़ो को ले लेना चाहिए
- विष से अमृत
- अपवित्र स्थान से काञ्चन
- नीच मनुष्य से उत्तम विद्या
- दुष्टकुल से स्त्रीरत्न
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