सोमवार, 14 मार्च 2016

१.४ कष्ट

मूर्खशिष्योपदेशेन दुष्टास्त्रीभरणेन च।
दुःखिते सम्प्रयोगेण पण्डितोऽप्यवसीदति।।४।।

बुद्धिमान व्यक्ति को यह कार्य करके कष्ट उठाने पड़ते है
  1. मूर्ख शिष्य को उपदेश देने पर 
  2. दुष्ट  स्त्री का भरण - पोषण करने पर 
  3. दुःखी व्यक्तियों के साथ व्यवहार रखने से।  

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