सोमवार, 14 मार्च 2016

१.११ इन व्यक्तियों की इन परिस्थितियों में परीक्षा की जाती है

जानीयात् प्रेषणे भृत्यान् बान्धवान् व्यसनागमे।
मित्रं चापत्तिकाले तु भार्या च विभवक्षये।।१.११।।

इन व्यक्तियों की इन परिस्थितियों में परीक्षा की जाती है
  1. सेवा कार्य उपस्थित होने पर सेवकों की,
  2. आपत्तिकाल में मित्र की,
  3. दुःख में बान्धवों की  और
  4. धन के नष्ट हो जाने पर स्त्री की।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें