शनिवार, 19 मार्च 2016

७.२० परमार्थियो की शुद्धि

वाचां शौचं च मनसः शौचमिन्द्रियनिग्रहः।
सर्वभूते दया शौचमेतच्छौचं परार्थिनाम्।।७.२०।।

ये परमार्थियो की शुद्धि है
  1. वचन की शुद्धि ,
  2. मन की शुद्धि ,
  3. इन्द्रियों का संयम ,
  4. जीवों पर दया और 
  5. पवित्रता। 

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