स्वर्गस्थितानामिह जीवलोके चत्वारि चिन्हानि वसन्ती देहे।
दानप्रसङ्गो मधुरा च वाणी देवार्चनं ब्राह्मणतर्पणं च।।७.१६।।
स्वर्ग से अवतरित होने वाले जनो के शरीर में चार चिन्ह रहते है
दानप्रसङ्गो मधुरा च वाणी देवार्चनं ब्राह्मणतर्पणं च।।७.१६।।
स्वर्ग से अवतरित होने वाले जनो के शरीर में चार चिन्ह रहते है
- दान का स्वाभाव ,
- मीठा वचन ,
- देवता की पूजा और
- ब्राह्मण को तृप्त करना।
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