अत्यन्तकोपः कटुता च वाणी दरिद्रता च स्वजनेषु वैरम्।
नीचप्रसङग कुलहीनसेवा चिन्हानि देहे नरकस्थितानाम्।।७.१७।।
दिये गये चिन्ह नरकवासियों की देहों में रहते हैं
नीचप्रसङग कुलहीनसेवा चिन्हानि देहे नरकस्थितानाम्।।७.१७।।
दिये गये चिन्ह नरकवासियों की देहों में रहते हैं
- अत्यन्त क्रोध ,
- कटुवचन ,
- दरिद्रता ,
- अपने जनों में बैर ,
- नीच का संग और
- कुलहीन की सेवा।
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