गम्यते यदि मृगेन्द्रमन्दिरं लभ्यते करिकपोलमौक्तिकम्।
जम्बुकालयगते च प्राप्यते वत्सपुच्छ - खरचर्म - खण्डनम्।।७.१८।।
यदि कोई सिंह की गुफा में जा पड़े तो उसको हाथी के कपोल का मोती मिलता है। और सियार के स्थान में जाने पर बछड़े की पूँछ और गदहे के चमड़े का टुकड़ा मिलता है।
जम्बुकालयगते च प्राप्यते वत्सपुच्छ - खरचर्म - खण्डनम्।।७.१८।।
यदि कोई सिंह की गुफा में जा पड़े तो उसको हाथी के कपोल का मोती मिलता है। और सियार के स्थान में जाने पर बछड़े की पूँछ और गदहे के चमड़े का टुकड़ा मिलता है।
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